सोलर इन्वर्टर क्या है कैसे काम करता है What is Solar inverter In Hindi

सोलर इन्वर्टर क्या है कैसे काम करता है What is Solar inverter In Hindi : आज के समय में लगभग सभी के घरों में इनवर्टर का इस्तेमाल किया जाता हैं. क्योंकि कई बार हमारे घर में बिजली के कट लग जाते हैं. और उस समय में हमें बिजली का इस्तेमाल करने के लिए इनवर्टर का सहारा लेना पड़ता हैं. लेकिन आज के समय में सोलर पैनल आने के कारण बहुत सारे लोग अपने घरों में सोलर इन्वर्टर लगा रहे हैं.

जिसकी मदद से आप सोलर लाइट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. यह सोलर इनवर्टर साधारण इनवर्टर से थोड़ा अलग होता हैं. और यह अलग तरीके से काम करता हैं. हालांकि यह इनवर्टर साधारण इनवर्टर से महंगा भी होता हैं. क्योंकि इसके अंदर सोलर सिस्टम के लिए अलग से सर्किट लगाए जाते हैं.

जो कि सोलर पावर और main सप्लाई को कंट्रोल करता हैं. तो आज के इस ब्लॉग में हम आपको सोलर इनवर्टर किस तरह से काम करता हैं. इसके बारे में बताने वाले हैं

सोलर इन्वर्टर

आज के समय में नई-नई टेक्नोलॉजी के इनवर्टर आने लगे हैं. इसी तरह से सोलर इनवर्टर भी आते हैं. इनके अंदर मेल सप्लाई और सोलर पावर के लिए अलग से सर्किट लगाए जाते हैं. जब भी आपके घर के ऊपर लगे सोलर पैनल के ऊपर हैं. सूरज की किरण पड़ती हैं. तो आपके सोलर पैनल के द्वारा आपकी बैटरी चार्ज होने लगती हैं.

जिससे आप किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चला सकते हैं. लेकिन जब आपके सोलर पैनल के ऊपर धूप की किरण नहीं आती तो सोलर चार्ज सोलर इनवर्टर अपने आप ही में सप्लाई से चार्ज होना शुरू हो जाता हैं.

फिर भी आपको बिजली मिलती रहती हैं. सोलर इनवर्टर के लगाने से आपको यह फायदा मिलता हैं. कि सोलर इनवर्टर आपकी में सप्लाई से कम से कम बिजली लेता हैं. इसी वजह से आपको बिजली बिल में भी फायदा मिलता है

सोलर पैनल जोड़ने की विधि

सोलर इनवर्टर के कनेक्शन को करने से पहले आपको सोलर पैनल के कनेक्शन को करना होता हैं. और फिर उसके बाद ही आपको सोलर इनवर्टर का कनेक्शन करना होता हैं. सोलर पैनल का साइज आपकी बैटरी के साइज के ऊपर डिपेंड करता हैं. कि आपको कितने वोल्ट की बैटरी को चार्ज करना हैं.

अपने अपने घर में कितनी बैटरी लगाई हैं. अगर आप इन सभी का कनेक्शन करना चाहते हैं. तो नीचे हम आपको अलग-अलग तरीके से कनेक्शन के बारे में बता रहे हैं. वैसे तो आप सोलर पैनल के कनेक्शन को दो प्रकार से ही कर सकते हैं. जिनमें सीरीज और पैरेलल कनेक्शन शामिल है.

सोलर पैनल के Series कनेक्शन

सोलर पैनल को सीरीज में तब जोड़ा जाता हैं. जब ज्यादा वोल्टेज की जरूरत होती हैं. मान लीजिए अगर आपको अपने घर में 12-12 वोल्ट की दो बैटरी लगाई हैं. और आपको सोलर पैनल की मदद से उनको चार्ज करना हैं. तो आपको 24 वोल्ट के सोलर पैनल खरीदने पड़ते हैं. या फिर आप 12 वोल्ट के दो सोलर पैनल को खरीद सकते हैं. और उन दोनों सोलर पैनल को सीरीज में करके जोड़ना होता हैं.

जिससे आपकी आउटपुट वोल्टेज 24 वोल्ट हो जाएगी सीरीज में दोनों सोलर पैनल को लगाने के बाद आपके दोनों पैनल का करंट एक जैसा रहता हैं. और अगर आप 24 वोल्ट के सोलर पैनल से दो बैटरी चार्ज करना चाहते हैंतो इसमें काफी समय लगता हैं.

लेकिन अगर आप 24 वोल्ट के दो सोलर पैनल लगा लेते हैं. तो आपको इनको पैरेलल में जोड़ना होगा जिससे आपकी आपके सोलर पैनल का करंट दुगना हो जाता हैं. और फिर आपकी बैटरी काफी फास्ट चार्ज होने लगती है.

Luminous का सोलर सिस्टम लगाये सिर्फ 16400 में

सोलर पैनल के Parallel कनेक्शन

अगर आप सोलर पैनल को पैरेलल में जोड़कर कनेक्शन करना चाहते हैं. तो सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि आपकी बैटरी कितने वोल्टेज की हैं. अगर आपके पास एक बैटरी वाला इनवर्टर हैं. तो उसके ऊपर 12 वोल्ट की बैटरी होगी और इसलिए आपको एक सोलर पैनल का इस्तेमाल करना पड़ेगा जिससे आपको 12 से 24 वोल्ट तक बिजली मिलती रहेगी लेकिन यह बैटरी धीरे-धीरे चार्ज होती हैं.

अगर आप अपनी बैटरी को फास्ट चार्ज करना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको एक और सोलर पैनल लगाना पड़ेगा और फिर उसको पैरेलल में जोड़ना होगा पैरेलल में कनेक्शन करने पर आपको 12 वोल्ट ही मिलेगी लेकिन आपका करंट दुगना हो जाएगा जिससे आपकी बैटरी ज्यादा तेजी से चार्ज होगी लेकिन आपको इस बात का ध्यान देना होगा.

अगर आपके पास दो बैटरी वाला इनवर्टर हैं. तो इसके लिए आपको 24 वोल्ट वाले सोलर पैनल की आवश्यकता पड़ेगी और आपको अपनी दोनों बैटरी को जल्दी चार्ज करने के लिए 24 वोल्ट के दो सोलर पैनल को पैरेलल में जोड़कर कनेक्शन करना होगा.

सोलर इन्वर्टर कैसे काम करता है

सोलर इन्वर्टर के अंदर सोलर सर्किट लगे होते हैं. अब आपके सोलर पैनल के ऊपर सूरज की किरण सोलर पैनल के ऊपर पड़ती हैं. तो आपकी बैटरी सोलर इनवर्टर के मदद से चार्ज होती रहती हैं. जिसको आप नीचे दिए गए डायग्राम की मदद से भी समझ सकते हैं. वैसे तो सोलर इनवर्टर भी एक साधारण इनवर्टर की तरह ही जुड़ा होता हैं. लेकिन सोलर इनवर्टर दो प्रकार से बैटरी को चार्ज करता हैं. जब सूरज की किरणें सीधा सोलर पैनल के ऊपर पड़ती हैं.

तो उससे बनने वाली सोलर पावर से सोलर इन्वर्टर बैटरी को चार्ज करता हैं. और अगर किसी वजह से सोलर पैनल के ऊपर हैं. सूरज की किरण नहीं पड़ती तो सोलर इन्वर्टर सप्लाई की मदद से आपकी बैटरी को चार्ज करता हैं. और अगर फिर से सूरज की किरणें सोलर पैनल के ऊपर पड़ती हैं.

तो सोलर इनवर्टर में सप्लाई को बंद कर देगा और फिर सोलर पावर के जरिए ही आपकी बैटरी चार्ज होती रहेगी जिससे आपकी बिजलीकी खपत कम होगी और इससे आपको बिजली बिल में भी काफी बचत आएगी आज के समय में सोलर इनवर्टर का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जा रहा है.

सोलर पैनल से चार्जिंग कब कब होगी

सोलर पैनल आप की बैटरी को चार्ज करने के लिए कुछ चीजों के ऊपर निर्भर करता हैं. जैसे कि अगर आपने 300w के सोलर पैनल लगाए हैं. और आपके इनवर्टर तक 300w वॉट ही आ रही हैं. और आपके इनवर्टर के ऊपर 100w का लोड हैं. तो सोलर पैनल से सिर्फ 200w की चार्जिंग ही इनवर्टर की बैटरी तक जाएगी बाकी की 100w की सप्लाई वापस आपके घर की में सर्किट तक पहुंचती रहेगी जिससे आप अपने घर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को चला सकते हैं.

जब तक सोलर पैनल को पर्याप्त मात्रा में बिजली मिलती रहेगी तब तकमें सप्लाई अपने आप बंद रहेगी और अगर आपके सोलर पैनल 300w के हैं. और आपके इनवर्टर का लोड 400w हैं. तो यह 300w सोलर पैनल से लगा और बाकी 100w आपके इनवर्टर आपकी बैटरी से लेता रहेगा और इस स्थिति में भी में सप्लाई बंद रहेगी लेकिन आप सभी के मन में यह सवाल जरूर होगा कि जब 300w सोलर पैनल से मिल रही हैं. और 100w बैटरी से यूज़ हो रही हैं.

तो बैटरी कब चार्ज होगी तो इस स्थिति के लिए सोलर इनवर्टर के अंदर एक खास फीचर होता हैं. इसके लिए आपको अपनी सोलर इनवर्टर के अंदर एक Value सेट का ऑप्शन मिलता हैं. जिससे आपकी बैटरी 70%चार्ज हो जाएगी और यह चार्जिंग main सप्लाई से होती रहती हैं. और जब भी 70% से कम बैटरी चार्ज रहेगी तो यह अपने आप में सप्लाई से चार्ज होना शुरू हो जाएगी में सप्लाई को बंद कर देगा.

इन्वर्टर कितने KVA का ले

अगर आप अपने घर के लिए सोलर इनवर्टर खरीद रहे हैं. तो सबसे पहले आपको अपने घर के टोटल लोड को देखना होगा कि आपको अपने घर में कितना लोड चलाना होता हैं. मान लीजिए अगर आपको अपने घर में 800w का लोड चलना हैं. तो इसके लिए आपके घर के लोड से 25% ज्यादा वाट वाला इनवर्टर लेना पड़ता हैं.

जिसकी मदद से आपके घर का लोड आसानी से चलेगा 800w के लोड को चलाने के लिए आपको 1000 वाट का इनवर्टर लेना पड़ता हैं. लेकिन मार्केट में आपको 850VA 1100VA तक का इनवर्टर मिलता हैं. इसलिए आपको 800w का लोड चलाने के लिए 1100VA का इनवर्टर खरीदना पड़ेगा.

कितनी बैटरी ले

जिस तरह से आपको इनवर्टर को खरीदने से पहले अपने घर के लोड को देखना होता हैं. इस तरह से बैटरी खरीदने से पहले आपको अपने घर के लोड के पावर बैकअप को देखना होता हैं. अगर आप 800w के लोड के साथ 3 घंटे का पावर बैकअप लेना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको 12 वोल्ट की 100AH की दो बैटरी लेनी होगी जिससे आप अपने घर का 800w तक का लोड 3 घंटे तक इनवर्टर पर आसानी से चला सकते हैं.

यह बैटरी बैकअप आपको तब तक मिलता रहेगा जब तक आप की बैटरी इनवर्टर से चार्ज नहीं होगी और अगर आप सोलर पैनल वाला इनवर्टर ले रहे हैं. तो इसके लिए आपको सिर्फ रात के समय में ही बैटरी बैकअप की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि दिन के समय में सोलर इनवर्टर आपके सोलर पैनल की मदद से इनवर्टर को चार्ज करता रहेगा और आपके घर का लोड भी चलता रहेगा.

Solar Panel कितने लगाये

अगर आप अपने घर में12 वोल्ट और 100Ah वाली एक बैटरी को लगा रहे हैं. तो इसके लिए आपको कम से कम 100Ah और 12v के 5 एंपियर करंट वाले सोलर पैनल को लेना होगा और अगर आप अपनी बैटरी को जल्दी चार्ज करना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको ऐसे ही दो सोलर पैनल को लगाना पड़ता हैं.

जिनको आपको पैरेलल में जोड़कर लगाना होगा जिससे आपको 10 एंपियर का करंट और 12 वोल्टेज मिलती रहेगी और इससे आपकी बैटरी जल्दी चार्ज होगी लेकिन मार्केट में आज के समय में ज्यादातर 12 वोल्ट के बजाय 14 और 18 वोल्टेज की सोलर पैनल मिलते हैं. जो कि आप अपने हिसाब से खरीद सकते हैं.

इन्वर्टर की कीमत

अगर आप किसी भी कंपनी का सोलर इनवर्टर खरीद रहे हैं. तो सोलर इनवर्टर का प्राइस कई चीजों के ऊपर डिपेंड करता हैं. जैसे कि आप Pure Sine Wave का इनवर्टर ले रहे हैं. या नहीं, आपकी कंपनी कौन सी हैं. आपको कितने KVA का इनवर्टर लेना हैं. आपको सोलर इनवर्टर लेना हैं. या नॉर्मल इनवर्टर लेना हैं.

इन सभी चीजों को देखकर ही सोलर इनवर्टर की कीमत रखी जाती हैं. मार्केट में आपको कई अलग-अलग कंपनियों के सोलर इनवर्टर और नॉर्मल इनवर्टर देखने को मिल जाते हैं. जिनका प्राइस अलग-अलग होता हैं. जो कि आप इन कंपनियों की ऑफिशल वेबसाइट या किसी डीलर से पूछ सकते हैं.

इस पोस्ट में हमने आपको सोलर इन्वर्टर, इन्वर्टर के काम, इन्वर्टर क्या है, इन्वर्टर कीमत, सोलर पैनल जोड़ने की विधि, इन्वर्टर बनाने की विधि, what is inverter, चमकदार सौर इन्वर्टर 850va के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है अगर इसके अलावा आपका कोई भी सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करके पूछो.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top