Type of batteries for Solar and Home Inverter in hindi
घरों में इनवर्टर के साथ हमेशा बैटरी का उपयोग किया जाता है जिससे कि बिजली न होने पर भी हम अपने घर के उपकरण को इनवर्टर बैटरी की मदद से चला सके। लेकिन अब मार्केट में आपको कई अलग-अलग तरह की सोलर बैटरी देखने को मिलती है। जिनके अंदर आपको अलग-अलग फीचर देखने को मिलते हैं।
हमें हमेशा ऐसी बैटरी का उपयोग करना चाहिए जो कि हमारे लिए ज्यादा फायदेमंद हो क्योंकि मार्केट में आपको अलग-अलग फीचर वाली बैटरी मिलती है. इसका मतलब यह नहीं कि वह सभी फीचर आपके लिए भी फायदेमंद हो, तो आपके लिए जो ज्यादा फायदेमंद हो इस बैटरी का उपयोग करें। नीचे आपको कुछ ऐसे ही सोलर बैटरी के बारे में बताया गया है। जिन्हें आप अपने घर के लोड को चलाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
1.Lead Acid Battery
सबसे ज्यादा लेड एसिड बैटरी का उपयोग किया जाता है क्योंकि यह आपको मार्केट में काफी कम कीमत में मिल जाती है.
यह बैटरी आपको साधारण इनवर्टर और सोलर इनवर्टर दोनों के लिए मिल जाती है.
अगर आप सोलर पर इसका उपयोग करना चाहते हैं तो आपको c10 रेटिंग की बैटरी लेनी होगी जो की हाई करंट चार्जिंग और डिस्चार्ज को सपोर्ट करती है। वैसे आप सोलर बैटरी को भी नॉर्मल इनवर्टर पर लगा सकते हैं।
लेकिन सोलर बैटरी का उपयोग सोलर पैनल के साथ में सबसे ज्यादा किया जाता है ताकि सोलर पैनल से आने वाला हाई करंट बैटरी को खराब ना कर दे।
2.Lithium Battery
अब सोलर सिस्टम में लिथियम बैटरी का उपयोग होने लग गया है क्योंकि लिथियम बैटरी लगाने के बहुत सारे फायदे होते हैं जैसे कि लिथियम बैटरी की लाइफ लेड एसिड बैटरी से 3 से 4 गुना ज्यादा होती है. लिथियम बैटरी की किसी तरह की कोई मेंटेनेंस भी नहीं होती लिथियम बैटरी हाई करंट चार्जिंग और discharging को सपोर्ट करती है।
जैसा कि आप लोगों को पता है सोलर पैनल से हमें पूरे दिन में लगभग 5 से 6 घंटे ही अच्छी तरह से बिजली मिल पाती है. इसीलिए जहां पर ज्यादा पावर कट रहते हैं.
वहां पर बैटरी को जल्दी चार्ज करके और ज्यादा देर तक बैकअप लेना पड़ता है, तो ऐसी जगह के लिए लिथियम बैटरी सबसे बेस्ट रहती है. लिथियम बैटरी लगभग चार से पांच घंटे में फुल चार्ज हो सकती है और उससे आप बैटरी की रेटिंग के अनुसार बैकअप ले सकते हैं।
लिथियम बैटरी वजन और आकार में लेड एसिड बैटरी से काफी ज्यादा छोटी होती है. जहां पर आपको चार लेड एसिड बैटरी लगानी पड़ती है. वहां पर आप सिर्फ एक लिथियम बैटरी लगा सकते हैं।
अगर आप 150Ah की चार लेड एसिड बैटरी का उपयोग करते हैं, तो उनसे आपको लगभग तीन यूनिट बिजली मिलेगी यानी की 1 Kw तक का लोड आप 3 घंटे तक चला सकते हैं।
लेकिन अगर आप 100Ah @48V की लिथियम बैटरी लेते हैं तो आप 1 किलोवाट लोड लगभग 4 घंटे तक चला सकते हैं, इसीलिए अब लिथियम बैटरी का उपयोग सबसे ज्यादा होने लग गया है. जहां पर बड़े-बड़े इनवर्टर का उपयोग होता है. वहां पर लिथियम बैटरी सबसे ज्यादा कामयाब होगी।
अगर कहीं पर 50Kva का इन्वर्टर लगा है, तो पहले वहां पर 30 लेड एसिड बैटरी का उपयोग करना पड़ता था. लेकिन अब सिर्फ6 लिथियम बैटरी से आपका काम चल सकता है, तो आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं, कि 30 लेड एसिड बैटरी के लिए आपको अलग से एक बड़े रूम की आवश्यकता होगी. वहीं पर 6 लिथियम बैटरी आप दीवार के ऊपर भी लगा सकते हैं. जिससे कि आपकी सबसे ज्यादा जगह की बचत हो जाएगी।
4.Gel Battery
जेल बैटरी भी आपको ब्लड एसिड बैटरी के जैसे ही देखने को मिलती है लेकिन यह लिथियम बैटरी की तरह मेंटेनेंस फ्री बैटरी होती है. तो जिसका बजट कम है. वह लिथियम बैटरी की बजाय GEL बैटरी का भी उपयोग कर सकता है. लेकिन जल बैटरी आकार और वजन में ब्लड एसिड बैटरी के बराबर ही होती है, तो जिसको ज्यादा बड़े इनवर्टर की आवश्यकता है. उसके लिए लेड एसिड और जल बैटरी बिल्कुल भी सहित नहीं रहेगी उसे लिथियम बैटरी का ही उपयोग करना चाहिए।
4. Agm Battery
यह बैटरी लेड एसिड बैटरी का ही एक एडवांस्ड रूप है जो की लेड एसिड बैटरी से थोड़ी सी बेहतर बैटरी होती है जिसमें आपको अच्छी बैटरी लाइफ और अच्छा बैटरी बैकअप देखने को मिलता है.
लेकिन यह लेड एसिड बैटरी से थोड़ी सी महंगी भी आपको मिलती है। लेकिन यह बैटरी लिथियम बैटरी से थोड़ी सी सस्ती मिल जाएगी इसीलिए जिसको लेड एसिड बैटरी और लिथियम बैटरी के बीच की बैटरी चाहिए वह इस बैटरी का उपयोग कर सकता है।
तो यह कुछ बैटरी है जिनका उपयोग सोलर सिस्टम और नॉर्मल इनवर्टर के साथ किया जाता है हालांकि मार्केट में और भी कई अलग-अलग तरह की बैटरी है, लेकिन सबसे ज्यादा इन्हीं चार तरह की बैटरी का उपयोग किया जाता है। अगर आप जानना चाहते हैं.
सबसे सस्ती सोलर बैटरी कौन सी है, तो वह लेड एसिड बैटरी ही है. सबसे अच्छी सोलर बैटरी कौन सी है तो वह लिथियम बैटरी ही है आप अपने बजट और अपनी जरूरत के अनुसार कोई भी बैटरी ले सकते हैं।