गर्मी से राहत पाने का सही तरीका – कूलर या AC?

गर्मी से राहत पाने का सही तरीका – कूलर या AC ? ~ जैसे ही गर्मियां शुरू होती हैं, वैसे ही हमारे दिमाग में सबसे पहले यही सवाल आता है कि हमें Cooler खरीदना चाहिए या एयर कंडीशनर? कूलर और एयर कंडीशनर का एक ही काम होता है हमारे रूम को ठंडा करना, लेकिन यह दोनों अलग-अलग तरह से काम करते हैं और दोनों अलग-अलग जगह के लिए ही बेस्ट रहते हैं।
अगर आप भी अपने लिए Cooler या एयर कंडीशनर लेना चाहते हैं तो आज के इस ब्लॉग में आपको पूरे डिटेल में बताया जाएगा कि कौन सा कहां के लिए और किसके लिए ज्यादा फायदेमंद रहता है।
कूलर और एयर कंडीशनर में अंतर
वैसे तो कूलर और एयर कंडीशनर का एक ही काम होता है — ठंडी हवा प्रदान करना, लेकिन Cooler को आप बाहर खुले में भी चला सकते हैं, रूम के अंदर भी चला सकते हैं। इसके विपरीत, एयर कंडीशनर को सिर्फ रूम के अंदर ही चलाया जा सकता है क्योंकि Cooler के काम करने का तरीका एयर कंडीशनर के काम करने के तरीके से बिल्कुल अलग होता है।
Cooler कैसे काम करता है
कूलर पानी के वाष्पीकरण के तरीके से हवा को ठंडा करता है। यह गर्म हवा को खींचता है और पानी में भीगी हुई पैड में से हवा को गुजार कर ठंडा करता है और इस ठंडी हवा को बाहर निकालता है। यह हवा को ठंडा करने का बहुत ही प्राकृतिक और इको-फ्रेंडली तरीका है।
एयर कंडीशनर कैसे काम करता है
एयर कंडीशनर refrigeration cycle का उपयोग करके हवा को ठंडा करता है। यह कमरे की गर्मी को हटाने के लिए कंप्रेस्ड गैस का उपयोग करता है, जिससे कि यह आर्द्र मौसम में भी बहुत अच्छे से काम कर सकता है।
कूलर और एयर कंडीशनर की कीमत
सबसे पहले हम कीमत की बात करेंगे क्योंकि हमें Cooler या एयर कंडीशनर खरीदने के लिए सबसे पहले पैसे की ही जरूरत पड़ती है। तो एयर कंडीशनर के मुकाबले Cooler आपको हमेशा सस्ता ही मिलता है। मार्केट में आपको ₹4,000 से लेकर ₹20,000 तक का Cooler मिल जाता है। लेकिन एयर कंडीशनर की बात करें तो मार्केट में आपको ₹25,000 से लेकर ₹70,000 तक एयर कंडीशनर मिल जाता है।
यह निर्भर करता है कि आपको कितनी ज्यादा कूलिंग कैपेसिटी वाला एयर कंडीशनर चाहिए। जितनी ज्यादा कूलिंग कैपेसिटी वाला एयर कंडीशनर लेंगे, इसकी कीमत भी उतनी ही ज्यादा हो जाएगी।
Cooler में हमें ज्यादा ऑप्शन देखने को नहीं मिलते, सिर्फ आपको अलग-अलग साइज के Cooler देखने को मिलते हैं। जितना बड़ा कूलर, उतना ही महंगा वह मिलेगा। लेकिन एयर कंडीशनर में आपको काफी ज्यादा अलग-अलग टेक्नोलॉजी के एयर कंडीशनर मिल जाते हैं, जैसे कि विंडो एयर कंडीशनर, स्प्लिट एयर कंडीशनर या इनवर्टर एयर कंडीशनर।
इन सभी टेक्नोलॉजी के एयर कंडीशनर की कीमत भी अलग-अलग होती है। यानी कि अगर आप 1 Ton का विंडो एयर कंडीशनर लेंगे तो उसकी कीमत अलग रहेगी, 1 Ton का इनवर्टर एयर कंडीशनर लेंगे तो उसकी कीमत अलग रहेगी।
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कूलर और एयर कंडीशनर की पावर कंजम्प्शन
एयर कंडीशनर के मुकाबले Cooler की पावर कंजम्प्शन बहुत ही कम होती है। मार्केट में आपको 100w से लेकर 700w तक की पावर कंजम्प्शन करने वाले Cooler मिल जाएंगे। वहीं पर एयर कंडीशनर की बात करें तो मार्केट में आपको 1000w से लेकर 3000w तक की पावर कंजम्प्शन वाले एयर कंडीशनर मिल जाएंगे।
यह एयर कंडीशनर सिर्फ घर में उपयोग होते हैं। इसके अलावा बड़े-बड़े एयर कंडीशनर भी होते हैं जो कि बड़ी-बड़ी बिल्डिंग में लगाए जाते हैं। उनकी पावर कंजम्प्शन और भी अधिक होती है।
अगर 200w वाला Cooler को आप 20 घंटे चलाते हैं तो यह 4 यूनिट बिजली की खपत करेगा। और बात करें एयर कंडीशनर की तो 1.5 ton का एयर कंडीशनर लगभग 2000w तक की बिजली की खपत करता है।
अगर आप एयर कंडीशनर को 10 घंटे भी चलाते हैं तो यह लगभग 20 यूनिट बिजली की खपत करेगा। तो इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि Cooler के मुकाबले एयर कंडीशनर कितनी ज्यादा बिजली की खपत करता है।
गर्मी से राहत पाने का सही तरीका – कूलर या AC
कूलर और एयर कंडीशनर दोनों ही ठंडी हवा देते हैं, लेकिन Cooler का उपयोग सूखे इलाकों में किया जाए तो ज्यादा अच्छा रहता है और रूम भी खुला होना चाहिए, तभी यह कमरे को ज्यादा अच्छे से ठंडा कर पाता है। लेकिन एयर कंडीशनर किसी भी मौसम में काम कर सकता है और बंद कमरे को यह ज्यादा अच्छे से ठंडा कर पाता है।
Cooler का उपयोग आप कमरे के बाहर भी कर सकते हैं। यानी कि अगर आप कमरे से बाहर बैठे हैं तो आप बाहर भी कूलर चला सकते हैं, लेकिन एयर कंडीशनर को हमेशा हमें बंद कमरे में ही चलाना पड़ता है।
अगर आप समुद्र के किनारे रहते हैं तो आपके लिए एयर कंडीशनर ज्यादा अच्छे से काम करेगा, और अगर आप रेगिस्तान वाले क्षेत्र में रहते हैं तो आपके लिए Cooler भी काफी अच्छी कूलिंग करेगा।
कूलर और एयर कंडीशनर की Installation and Maintenance
Cooler को लगाने के लिए आपको किसी भी प्रोफेशनल की आवश्यकता नहीं है। आप आसानी से कहीं पर भी, किसी भी रूम में Cooler को लगा सकते हैं। लेकिन एयर कंडीशनर को लगाने के लिए आपको प्रोफेशनल टेक्नीशियन की आवश्यकता होती है और इसे रेगुलर सर्विस की भी आवश्यकता पड़ती है, तभी यह ज्यादा अच्छे से काम कर पाता है।
जिसके कारण एयर कंडीशनर के इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस का खर्चा काफी ज्यादा होता है और आपको एयर कंडीशनर की मेंटेनेंस हर साल करवानी पड़ती है।
कूलर और एयर कंडीशनर का वातावरण पर प्रभाव
Cooler सिर्फ पानी का उपयोग करके हवा को ठंडा करता है, इसीलिए यह वातावरण के लिए अच्छा रहता है। वातावरण पर इसका कोई भी नकारात्मक प्रभाव आपको देखने को नहीं मिलता। लेकिन एयर कंडीशनर के अंदर refrigerants का उपयोग किया जाता है, जिसके कारण वातावरण पर काफी बार नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तो वातावरण की दृष्टि से Cooler ज्यादा बेहतर रहता है। लेकिन हर वातावरण में Cooler अच्छे से काम नहीं कर पाता, इसीलिए हमें मजबूरन एयर कंडीशनर का उपयोग करना पड़ता है।
निष्कर्ष
अगर आप एक सस्ता और eco-friendly cooling ऑप्शन ढूंढ रहे हैं, तो आपके लिए Cooler सबसे अच्छा रहेगा। लेकिन अगर आपको बिजली के बिल की कोई चिंता नहीं है, आपको सिर्फ जबरदस्त cooling चाहिए, तो आपके लिए एयर कंडीशनर सबसे बेस्ट रहेगा। लेकिन अपने लिए एक सही कूलर या एयर कंडीशनर खरीदने से पहले आपको अपना बजट और रूम का आकार देखकर ही खरीदना है, तभी आप एक सही Cooler या एयर कंडीशनर का चुनाव कर पाएंगे।