दुनिया का सबसे पहला 5kw का Microinverter Hoymiles MIT-5000-8T

दुनिया का सबसे पहला 5kw का Microinverter Hoymiles MIT-5000-8T : माइक्रो इनवर्टर इसकी एफिशिएंसी के लिए जाना जाता है। माइक्रो इनवर्टर का उपयोग ऐसी जगह पर किया जाता है, जहां पर सोलर पैनल के ऊपर किसी बिल्डिंग या पेड़ की छाया आ जाती है, जिसके कारण सोलर पैनल की बिजली बनाने की क्षमता बहुत ही कम हो जाती है। और अगर एक सोलर पैनल के ऊपर भी छाया आती है, तो जितने भी सोलर पैनल उसके साथ सीरीज में लगाए गए हैं, उन सभी की बिजली बनाने की क्षमता कम हो जाती है

इसीलिए माइक्रो इनवर्टर सभी पैनल के साथ में अलग से लगा होता है—यानी कि अगर किसी एक सोलर पैनल पर छाया आती है, तो सिर्फ उसी एक सोलर पैनल की बिजली बनाने की क्षमता कम होगी, बाकी सभी सोलर पैनल पूरी तरह से काम करते रहेंगे।

मार्केट में हमें पहले से ही बहुत सारी कंपनी के माइक्रो इनवर्टर देखने को मिल रहे थे, लेकिन उन सभी माइक्रो इनवर्टर के अंदर कुछ कमियां थीं, जैसे कि कुछ माइक्रो इनवर्टर सिर्फ एक सोलर पैनल को सपोर्ट करता था, कुछ माइक्रो इनवर्टर के ऊपर हम दो सोलर पैनल को लगा सकते थे, और कुछ माइक्रो इनवर्टर पर हम चार सोलर पैनल को भी लगा सकते थे

इसीलिए उन सोलर इनवर्टर की बिजली उत्पादन की क्षमता ज्यादा से ज्यादा 2 किलोवॉट तक होती थी, लेकिन अभी होयमाइल्स कंपनी ने अपने 5 किलोवॉट के माइक्रो इनवर्टर को लॉन्च कर दिया है

यह दुनिया का पहला ऐसा माइक्रो इनवर्टर है, जिस पर 5 किलोवॉट से भी ज्यादा सोलर पैनल लगा सकते हैंयह माइक्रो इनवर्टर 3-फेज का है, इसीलिए इसका उपयोग घर से लेकर बड़ी-बड़ी इंडस्ट्री में किया जा सकता है

इस माइक्रो इनवर्टर का उपयोग करके आप कितना भी बड़ा सोलर सिस्टम लगा सकते हैं।

क्योंकि यह माइक्रो इनवर्टर एक दूसरे के पैरलल में कनेक्ट हो जाते हैं, तो आप पांच-पांच किलोवॉट करके कितना भी बड़ा सोलर सिस्टम तैयार कर सकते हैं

माइक्रो इनवर्टर के फायदे

माइक्रो इनवर्टर को लगाने के वैसे तो बहुत सारे फायदे होते हैं, लेकिन अगर आप होयमाइल्स का यह माइक्रो इनवर्टर लगाते हैं, तो इसमें आपको कई अलग से और भी फायदे देखने को मिलेंगे

  • सबसे पहला फायदा यह है कि यह हाई कैपेसिटी का माइक्रो इनवर्टर है—इससे पहले मार्केट में इससे बड़ा कोई भी माइक्रो इनवर्टर नहीं आया है।
  • इस माइक्रो इनवर्टर में आपको चार MPPT मिलते हैं, जिससे कि आपके ओवरऑल सोलर सिस्टम की एफिशिएंसी काफी ज्यादा बढ़ जाती है
  • जैसा कि मैंने आपको बताया माइक्रो इनवर्टर में हर एक पैनल अलग-अलग लगाया जाता है, इसीलिए यह लो वोल्ट पर काम करता है, जिससे कि हाई वोल्टेज में होने वाले सभी नुकसान से बचा जा सकता है
  • इस माइक्रो इनवर्टर से आप हर एक पैनल की मॉनीटरिंग कर सकते हैं—अगर किसी भी सोलर पैनल में दिक्कत होगी, तो वह आपको अपने मोबाइल ऐप या फिर कंप्यूटर स्क्रीन पर क्लाउड मॉनिटरिंग की मदद से दिख जाएगा
  • यह माइक्रो इनवर्टर IP65 रेटिंग के साथ में आता है, जो कि इसे डस्ट और वाटरप्रूफ बनाता हैइसीलिए आपको इस इनवर्टर पर 25 साल तक की वारंटी भी मिल जाती है
  • और यह माइक्रो इनवर्टर -40 डिग्री से लेकर 65 डिग्री तक काम करेगा, तो आप इसे किसी भी जगह आसानी से उपयोग कर सकते हैं—चाहे आपके एरिया में ज्यादा ठंड हो या फिर बहुत गर्मी हो, यह परफेक्टली काम करेगा

Technical specifications

Input Data (DC)

Specification Value
Maximum Input Power Up to 600W–750W per module
MPPT Voltage Range 12V – 136V
Minimum Start-up Voltage 32V
Maximum Input Current 20A per input
Maximum Short Circuit Current 25A per input
Number of MPPTs 4

Output Data (AC)

Specification Value
Rated Output Power 5000 VA
Nominal Output Voltage 230V / 400V (Three-phase)
Nominal Frequency 50Hz / 60Hz
Maximum Continuous Output Current 8A
Power Factor > 0.99 (adjustable from 0.8 leading to 0.8 lagging)

Efficiency

Specification Value
Maximum Efficiency Up to 96.7%
Night Power Consumption < 50mW

Mechanical Data

Specification Value
Dimensions 457 × 195 × 45 mm
Weight Approx. 6.2 kg
Enclosure Rating IP67 (Dustproof & Waterproof)
Cooling Method Natural Convection

Communication & Monitoring

Specification Value
Communication Sub-1G Wireless
Monitoring Platform S-Miles Cloud

Safety & Compliance

Specification Value
Grid Compliance IEC, VDE, EN, UL Standards
Safety Protections Anti-islanding, Over/Under Voltage, Overcurrent, Overtemperature

Hoymiles MIT-5000-8T Price in India = Rs.30,000

अगर आप अपने घर या फैक्ट्री में बड़े से बड़ा सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं, तो इसका उपयोग कर सकते हैं .काफी कम जगह में ही आप एक बड़ा सोलर सिस्टम तैयार कर पाएंगे, क्योंकि यह माइक्रो इनवर्टर 750 वॉट तक के सोलर पैनल को सपोर्ट करता है। तो इस तरह आप बड़े सोलर पैनल लगाकर काम जगह में बड़ा सोलर सिस्टम तैयार कर सकते हैं।

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