माइक्रो इन्वर्टर क्या होता है और कैसे काम करता है

माइक्रो इन्वर्टर क्या होता है और कैसे काम करता है : माइक्रो इनवर्टर एक छोटी सी डिवाइस होती है, जो सोलर पैनल के पीछे लगाई जाती है। माइक्रो इनवर्टर भी अन्य स्ट्रिंग इनवर्टर की तरह ही सोलर पैनल से आने वाले डायरेक्ट करंट (DC) को अल्टरनेटिंग करंट (AC) में बदलता है। लेकिन माइक्रो इनवर्टर पर सभी सोलर पैनल अलग-अलग लगाए जाते हैं, जिससे कि सभी सोलर पैनल की परफॉर्मेंस को बहुत ही आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। माइक्रो इनवर्टर की एफिशिएंसी भी स्ट्रिंग इनवर्टर के मुकाबले ज्यादा होती है।
तो अगर आप भी जानना चाहते हैं कि माइक्रो इनवर्टर क्या होता है और कैसे काम करता है, तो इस पोस्ट में पूरी जानकारी दी जाएगी।
माइक्रो इनवर्टर कैसे काम करता है?
माइक्रो इनवर्टर वैसे तो स्ट्रिंग इनवर्टर की तरह ही एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो कि DC इलेक्ट्रिसिटी को AC इलेक्ट्रिसिटी में बदलता है। लेकिन स्ट्रिंग इनवर्टर और माइक्रो इनवर्टर में कुछ अंतर होते हैं, जिससे कि माइक्रो इनवर्टर लगाने से हमें स्ट्रिंग इनवर्टर के मुकाबले ज्यादा फायदे मिलते हैं।
माइक्रो इनवर्टर अलग-अलग आकार में आते हैं। कुछ माइक्रो इनवर्टर में आप सिर्फ एक सोलर पैनल लगा सकते हैं, कुछ में दो, और कुछ में चार सोलर पैनल तक लगाए जा सकते हैं।
माइक्रो इनवर्टर के प्रमुख कार्य:
- DC to AC Conversion: माइक्रो इनवर्टर सीधे सोलर पैनल से DC सप्लाई लेता है और उसे AC सप्लाई में बदल देता है।
- Maximum Power Point Tracking (MPPT): MPPT तकनीक के कारण माइक्रो इनवर्टर की एफिशिएंसी काफी अच्छी होती है।
- AC Output: माइक्रो इनवर्टर से मिलने वाले AC आउटपुट को ग्रिड से जोड़ना होता है, ताकि ग्रिड और सोलर पैनल की पावर मिलकर आपके घर का लोड चला सके।
- Monitoring: माइक्रो इनवर्टर में मॉनिटरिंग का फीचर बहुत ही अच्छा होता है। इससे हम हर एक पैनल को अलग-अलग मॉनिटर कर सकते हैं और किसी पैनल में दिक्कत आने पर उसे आसानी से बदल सकते हैं।
- Safety and Reliability: माइक्रो इनवर्टर लो वोल्टेज पर काम करता है, जिससे यह अन्य इनवर्टर के मुकाबले अधिक सुरक्षित बन जाता है।
माइक्रो इनवर्टर लगाने के फायदे और नुकसान
माइक्रो इनवर्टर लगाने के फायदे:
- Monitoring: माइक्रो इनवर्टर की सबसे बड़ी खासियत इसकी मॉनिटरिंग क्षमता है। इससे हम हर सोलर पैनल की परफॉर्मेंस को अलग-अलग ट्रैक कर सकते हैं। अगर कोई पैनल खराब होता है, तो हमें तुरंत पता चल जाता है और हम उसे बदल सकते हैं।
- Increased Efficiency: स्ट्रिंग इनवर्टर में सभी सोलर पैनल सीरीज में जुड़े होते हैं, जिससे अगर एक पैनल पर छाया आ जाए, तो पूरे सिस्टम की एफिशिएंसी घट जाती है। लेकिन माइक्रो इनवर्टर में सभी पैनल अलग-अलग कनेक्ट होते हैं, इसलिए छाया पड़ने पर केवल प्रभावित पैनल की एफिशिएंसी कम होती है, बाकी पैनल पूरी क्षमता से बिजली बनाते हैं।
- Safety: माइक्रो इनवर्टर लो वोल्टेज पर काम करता है, जिससे हाई वोल्टेज से होने वाले नुकसान और arc fires का खतरा कम हो जाता है।
- Expansion: 1 माइक्रो इनवर्टर से आप 5 किलोवाट तक का सोलर सिस्टम तैयार कर सकते हैं। जरूरत पड़ने पर, आप एक और माइक्रो इनवर्टर जोड़कर अपने सिस्टम को 10 किलोवाट तक बढ़ा सकते हैं।
- Durability and Longevity: माइक्रो इनवर्टर की लाइफ स्ट्रिंग इनवर्टर से अधिक होती है। यही कारण है कि कई माइक्रो इनवर्टर कंपनियां 25 साल तक की वारंटी देती हैं।
माइक्रो इनवर्टर लगाने के नुकसान:
- Cost: माइक्रो इनवर्टर की लागत स्ट्रिंग इनवर्टर से अधिक होती है। अगर बड़ा सोलर सिस्टम लगाना हो, तो अधिक माइक्रो इनवर्टर लगाने पड़ेंगे, जिससे कुल लागत बढ़ जाती है।
- More Points of Failure: माइक्रो इनवर्टर में हर पैनल अलग-अलग जुड़ा होता है, जिससे ज्यादा कनेक्शन पॉइंट बनते हैं। ज्यादा कनेक्शन पॉइंट होने से फेलियर का खतरा भी बढ़ जाता है, इसलिए समय-समय पर चेकिंग जरूरी होती है।
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माइक्रो इनवर्टर क्यों लगाने चाहिए?
- छायायुक्त क्षेत्रों के लिए उपयुक्त: अगर आपकी छत पर छाया आती है, जिससे सोलर पैनल की पावर जेनरेशन कम हो रही है, तो माइक्रो इनवर्टर लगाने से अधिक बिजली प्राप्त की जा सकती है।
- बेहतर मॉनिटरिंग: माइक्रो इनवर्टर में सभी सोलर पैनल अलग-अलग मॉनिटर होते हैं। अगर किसी एक पैनल में समस्या आती है, तो हम उसे आसानी से पहचान सकते हैं और बदल सकते हैं।
- सुरक्षा और विश्वसनीयता: माइक्रो इनवर्टर कम वोल्टेज पर काम करता है, जिससे यह अन्य इनवर्टर के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित होता है।
Best Micro inverter For Home
मार्केट में हमें वैसे तो बहुत सारी कंपनी के माइक्रो इनवर्टर देखने को मिलते हैं.लेकिन सभी कंपनी अपने माइक्रो इनवर्टर में कुछ ना कुछ खास फीचर देती हैनीचे आपको टॉप 5 माइक्रो इनवर्टर कंपनी की लिस्ट दी गई है.
- Hoymiles – Offers affordable and efficient microinverters.
- Enphase Energy – Market leader in micro inverter technology.
- APsystems – Provides high-capacity microinverters.
- SMA – Known for premium-quality inverters.
- Chilicon Power – Specializes in smart microinverter solutions.
निष्कर्ष (Conclusion):
माइक्रो इनवर्टर एफिशिएंसी के मामले में अन्य इनवर्टर से बेहतर साबित होते हैं, खासकर उन स्थानों पर जहां छाया पड़ती है। अगर आप अपने सोलर सिस्टम की एफिशिएंसी बढ़ाना चाहते हैं और अधिक सुरक्षित सिस्ट